टैक्सी ड्राइवर का जवाब..!!
टोनी ने टैक्सी ली और एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गया। टैक्सी ड्राइवर दाहिनी लेन में गाड़ी चला रहा था और अचानक एक और टैक्सी उसकी टैक्सी के ठीक सामने पार्किंग की जगह से उतर गई।टोनी के टैक्सी ड्राइवर ने ब्रेक लगाया और वे उस टैक्सी के साथ दुर्घटना होने से बस एक इंच की दूरी पर बच गए।
दूसरी टैक्सी के ड्राइवर ने पीछे मुड़कर देखा और टोनी के टैक्सी ड्राइवर पर चिल्लाने लगा। उसका टैक्सी ड्राइवर नाराज नहीं हुआ और बस मुस्कुराया और उसके जवाब में हाथ हिलाया।
अपने टैक्सी ड्राइवर का यह जवाब देखकर टोनी हैरान रह गया और उससे पूछा, “तुमने ऐसा क्यों किया?? क्या आप नाराज नहीं थे कि उसने हमें लगभग एक दुर्घटना में डाल दिया और यह उसकी गलती थी और फिर भी वह आप पर चिल्ला रहा था .. !!
टैक्सी ड्राइवर ने समझाया, "सर, बहुत से लोग कचरा ट्रक की तरह हैं। वे हताशा, क्रोध, निराशा से भरे हुए हैं। जैसा कि ये सभी कचरा ढेर हो जाता है और उन्हें इसे डंप करने की जरूरत होती है और कुछ समय बाद वे इसे आप पर फेंक देंगे।
आपको इसे व्यक्तिगत रूप से लेने की जरूरत नहीं है और बस हाथ हिलाकर मुस्कुराने और आगे बढ़ने की जरूरत नहीं है.. हमें उस कचरे को लेने और इसे घर या काम पर फैलाने की जरूरत नहीं है।
Taxi Driver Response..!!
Tony took a taxi and took off for airport. Taxi driver was driving in right lane and suddenly another taxi got off it’s parking space right in front of his taxi.
Tony’s taxi driver applied brakes and they were saved just by an inch from getting into an accident with that taxi.
Driver of another taxi looked back and started yelling at Tony’s taxi driver. His taxi driver didn’t got angry and just smiled and waved in response to him.
Tony was surprised to see this response of his taxi driver and asked him, “Why did you do that?? Weren’t you angry that he almost got us into an accident and it was his mistake and yet he was yelling at you..!!”
Taxi driver explained, “Sir, There are many people are like garbage truck. They are full of frustration, anger, disappointments. As all these garbage pile up and they need to dump it and some time they will dump it at you..
You don’t have to take it personally and just wave and smile at them and move on.. We don’t need to take that garbage and spread it around at home or work..“
Tony took a taxi and took off for airport. Taxi driver was driving in right lane and suddenly another taxi got off it’s parking space right in front of his taxi.
Tony’s taxi driver applied brakes and they were saved just by an inch from getting into an accident with that taxi.
Driver of another taxi looked back and started yelling at Tony’s taxi driver. His taxi driver didn’t got angry and just smiled and waved in response to him.
Tony was surprised to see this response of his taxi driver and asked him, “Why did you do that?? Weren’t you angry that he almost got us into an accident and it was his mistake and yet he was yelling at you..!!”
Taxi driver explained, “Sir, There are many people are like garbage truck. They are full of frustration, anger, disappointments. As all these garbage pile up and they need to dump it and some time they will dump it at you..
You don’t have to take it personally and just wave and smile at them and move on.. We don’t need to take that garbage and spread it around at home or work..“
अपने सभी साधनों का उपयोग करना:
एक बार एक पिता और पुत्र बगीचे में काम कर रहे थे। बच्चा अपने पिता से सराहना पाना चाहता था इसलिए वह अपने पिता के निर्देशानुसार छोटे-मोटे काम करके अपने पिता की मदद करने की पूरी कोशिश कर रहा था।
पिता और उसका पुत्र बगीचे के अलग-अलग हिस्सों में काम कर रहे थे। पिता ने बेटे की तरफ एक पत्थर देखा। पिता ने कहा, "बेटा.. उस पत्थर को वहां से हटा दो, हम वहां एक अच्छा पौधा लगा देंगे.."
पिता के निर्देशानुसार बच्चे ने उस पत्थर को हिलाने की कोशिश की लेकिन वह उसे हिला नहीं पा रहा था। अंत में बच्चे ने अपने पिता से कहा, "पिताजी, मैं इस पत्थर को हिला नहीं पा रहा हूँ, यह बहुत भारी है। मैं यह नहीं कर सकता.."
पिता ने उत्तर दिया, "फिर से कोशिश करो.. इस पत्थर को उस जगह से हटाने के लिए अपने सभी साधनों का उपयोग करो.."
बच्चे ने फिर कोशिश की और अपनी पूरी ताकत लगा दी लेकिन फिर भी वह उस पत्थर को अपनी जगह से नहीं हटा पाया। बच्चा थक गया और रोना शुरू कर दिया क्योंकि वह अपनी पूरी कोशिश करने के बाद भी ऐसा नहीं कर पा रहा था।
अपने बेटे के रोने की आवाज सुनकर पिता अपने बेटे के पास दौड़ता हुआ आया, उसके पास बैठ गया और उसे अपने पास पकड़ लिया और कहा, “तुम क्यों रो रहे हो ?? आप इस पत्थर को हिला सकते हैं। मैंने तुमसे कहा था कि उस पत्थर को हटाने के लिए अपने सभी साधनों का उपयोग करो.. क्या मैंने नहीं किया??
उसके चेहरे पर उदास नज़र के साथ बेटे ने जवाब दिया, "मैंने किया। पिताजी मैंने उस पत्थर को हटाने की पूरी कोशिश की लेकिन फिर भी नहीं कर पाया।
"लेकिन तुम मेरे बारे में भूल गए, मेरे प्रिय। अगर आपको मदद की ज़रूरत थी तो आपने मुझे अपने 'साधन' में शामिल क्यों नहीं किया? पिता ने उत्तर दिया।
यह सुनकर बच्चा प्रबुद्ध हो गया और अपने पिता के साथ फिर से काम करने लगा। अब अपने पिता की सहायता से वह उस बड़े पत्थर को उसके स्थान से सरलता से हटा सका और उसके स्थान पर एक नया पौधा लगा सका।
Moral:-
जब हम कार्य में असफल होते हैं और उदास महसूस करते हैं, तो हमें ईश्वर के बारे में नहीं भूलना चाहिए। जब कभी भी हम संभल नहीं पाते हैं तो हमें ईश्वर से मदद लेनी चाहिए और उस पर विश्वास करना चाहिए।
एक बार एक पिता और पुत्र बगीचे में काम कर रहे थे। बच्चा अपने पिता से सराहना पाना चाहता था इसलिए वह अपने पिता के निर्देशानुसार छोटे-मोटे काम करके अपने पिता की मदद करने की पूरी कोशिश कर रहा था।
पिता और उसका पुत्र बगीचे के अलग-अलग हिस्सों में काम कर रहे थे। पिता ने बेटे की तरफ एक पत्थर देखा। पिता ने कहा, "बेटा.. उस पत्थर को वहां से हटा दो, हम वहां एक अच्छा पौधा लगा देंगे.."
पिता के निर्देशानुसार बच्चे ने उस पत्थर को हिलाने की कोशिश की लेकिन वह उसे हिला नहीं पा रहा था। अंत में बच्चे ने अपने पिता से कहा, "पिताजी, मैं इस पत्थर को हिला नहीं पा रहा हूँ, यह बहुत भारी है। मैं यह नहीं कर सकता.."
पिता ने उत्तर दिया, "फिर से कोशिश करो.. इस पत्थर को उस जगह से हटाने के लिए अपने सभी साधनों का उपयोग करो.."
बच्चे ने फिर कोशिश की और अपनी पूरी ताकत लगा दी लेकिन फिर भी वह उस पत्थर को अपनी जगह से नहीं हटा पाया। बच्चा थक गया और रोना शुरू कर दिया क्योंकि वह अपनी पूरी कोशिश करने के बाद भी ऐसा नहीं कर पा रहा था।
अपने बेटे के रोने की आवाज सुनकर पिता अपने बेटे के पास दौड़ता हुआ आया, उसके पास बैठ गया और उसे अपने पास पकड़ लिया और कहा, “तुम क्यों रो रहे हो ?? आप इस पत्थर को हिला सकते हैं। मैंने तुमसे कहा था कि उस पत्थर को हटाने के लिए अपने सभी साधनों का उपयोग करो.. क्या मैंने नहीं किया??
उसके चेहरे पर उदास नज़र के साथ बेटे ने जवाब दिया, "मैंने किया। पिताजी मैंने उस पत्थर को हटाने की पूरी कोशिश की लेकिन फिर भी नहीं कर पाया।
"लेकिन तुम मेरे बारे में भूल गए, मेरे प्रिय। अगर आपको मदद की ज़रूरत थी तो आपने मुझे अपने 'साधन' में शामिल क्यों नहीं किया? पिता ने उत्तर दिया।
यह सुनकर बच्चा प्रबुद्ध हो गया और अपने पिता के साथ फिर से काम करने लगा। अब अपने पिता की सहायता से वह उस बड़े पत्थर को उसके स्थान से सरलता से हटा सका और उसके स्थान पर एक नया पौधा लगा सका।
Moral:-
जब हम कार्य में असफल होते हैं और उदास महसूस करते हैं, तो हमें ईश्वर के बारे में नहीं भूलना चाहिए। जब कभी भी हम संभल नहीं पाते हैं तो हमें ईश्वर से मदद लेनी चाहिए और उस पर विश्वास करना चाहिए।
Using your All Means:
Once a father and son were working in garden. Child wanted to get appreciated by his father so he was trying his best to help his father by performing minor works as directed by his father.
Father and his son were working on different sides of garden. Father saw a stone on his son side. Father said, “Son.. remove that stone from that place, we will plant a nice plant there..”
As directed by father, kid tried to move that stone but he was not able to move it. At last kid said to his father, “Dad, i am not able to move this stone it’s too heavy. I can’t do it..”
Father replied, “Try again.. Use all your means to remove this stone from that place..”
Kid again tried and used all his strength but still he was not able to dislodge that stone from it’s place. Kid got tired and started to cry as he was not able to do it even after using all his effort.
Listening his son crying father came running toward his son, sat beside him and hold him near himself and said, “Why are you crying?? You can move this stone. I told you to use all your means to move that stone.. Didn’t i??”
Son with sad look on his face replied, “I did. Dad i tried my best to remove that stone but still was not able to do it.”
“But you forgot about me, my dear. If you needed help why didn’t you included me in your ‘Means’?” replied father.
Child was enlightened to hear this and started working along with his father again. Now with his father help, he was able to remove that large stone easily from it’s place and plant a new plant in it’s place.
Moral:-
When we fail in Action and feel Depressed, we should not Forget about God. When ever we are not able to Keep Up we should Seek Help from God and Have Faith in him.
Once a father and son were working in garden. Child wanted to get appreciated by his father so he was trying his best to help his father by performing minor works as directed by his father.
Father and his son were working on different sides of garden. Father saw a stone on his son side. Father said, “Son.. remove that stone from that place, we will plant a nice plant there..”
As directed by father, kid tried to move that stone but he was not able to move it. At last kid said to his father, “Dad, i am not able to move this stone it’s too heavy. I can’t do it..”
Father replied, “Try again.. Use all your means to remove this stone from that place..”
Kid again tried and used all his strength but still he was not able to dislodge that stone from it’s place. Kid got tired and started to cry as he was not able to do it even after using all his effort.
Listening his son crying father came running toward his son, sat beside him and hold him near himself and said, “Why are you crying?? You can move this stone. I told you to use all your means to move that stone.. Didn’t i??”
Son with sad look on his face replied, “I did. Dad i tried my best to remove that stone but still was not able to do it.”
“But you forgot about me, my dear. If you needed help why didn’t you included me in your ‘Means’?” replied father.
Child was enlightened to hear this and started working along with his father again. Now with his father help, he was able to remove that large stone easily from it’s place and plant a new plant in it’s place.
Moral:-
When we fail in Action and feel Depressed, we should not Forget about God. When ever we are not able to Keep Up we should Seek Help from God and Have Faith in him.
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